अपने पिछले फाइटर जट प्रोजेक्ट्स में खामियों के बावजूद चीन ने हार नहीं मानी और अब उसने दुनिया के सामने सिक्स जनरेशन फाइटर जेट वाइट एंपरर को उड़ाकर अपनी ताकत का प्रदर्शन कर दिया ये चीन का सफेद बादशाह ना सिर्फ उनकी उन्नत तकनीकी क्षमता को दिखा रहा बल्कि भारत समेत दुनिया के अन्य देशों के लिए भी एक कड़ी चुनौती पेश कर रहा चीन का यह सिक्सथ जनरेशन फाइटर जट वाइट एंपरर अब तक की सबसे उन्नत तकनीक से लेस है ये फाइटर जेट उन खूबियों से भरा है जो इसे फिफ्थ जनरेशन जेट से कहीं आगे ले जाती है इसकी सबसे बड़ी खासियत है इसकी स्टल तकनीक सबसे पहले बात करते हैं स्टल डिजाइन की तो इस जेट में इंजन को पूरी तरह से कवर किया गया है जो इसे दुश्मन के रडार से छिपाने में सक्षम बनाती है यह डबल इंजन से लैस है जिससे यह जट सुपर सोनिक स्पीड तक पहुंच सकता है और इसे तेजी से मनोवर करने के लिए डिजाइन किया गया है इतना ही नहीं इसमें वेपन इंटरनल बे भी लगा है इससे हथियार को जेट के अंदर रखने की क्षमता होती है और इसे अधिक स्टेल्थ बनाती है इतना ही नहीं यह फाइटर जट एडवांस कंट्रोल फिन से लेस है जो कि इसकी टेल पर लगे छोटे-छोटे फिंस इसे हवा में तीव्र गति से दिशा बदलने की सुविधा देते हैं चीन का दावा है कि वाइट एंपरर प्रोडक्शन के बेहद करीब है और जल्द ही इसे चीनी सेना में शामिल किया जाएगा चीन का यह कदम भारत के लिए एक बड़ा झटका है भारत का तेजस फाइटर जेट अभी भी फोर्थ जनरेशन टेक्नोलॉजी पर आधारित है वहीं अमेरिका के पास पहले से ही f35 जैसा फिफ्थ जनरेशन लड़ाकू विमान है जो अपनी स्टेल्थ और हथियार क्षमता के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है चीन का सिक्स जनरेशन फाइटर जेट बनाने का मतलब है कि वह अमेरिका के बाद ऐसा करने वाला दूसरा देश बन गया है भारत को इस समय गंभीरता से सोचना होगा कि वह अपने लड़ाकू विमान प्रोग्राम को कैसे तेज करें भारत का एमका यानी एडवांस मीडियम कॉमेट एयरक्राफ्ट प्रोजेक्ट जो कि फिफ्थ जनरेशन फाइटर जेट बनाने के लिए है अभी भी शुरुआती चरण में है इसे तेजी से आगे बढ़ाने की जरूरत है अगर इसमें देरी होती है तो भारत तकनीकी रूप से चीन से और भी पीछे रह जाएगा अगर भारत को लंबे समय तक अपनी ताकत बनाए रखनी है तो उसे घरेलू तकनीकी विकास पर अधिक ध्यान देना होगा एचएल यानी कि हिंदुस्तान एरोनोट लिमिटेड और डीआरडीओ यानी कि डिफेंस र्च ऑर्गेनाइजेशन को ज्यादा फंडिंग और बेहतर संसाधन देने की जरूरत है चीन की ये उपलब्धि भारत को सिखाती है कि प्रयासों को कभी रोकना नहीं चाहिए j20 से लेकर j31 तक चीन ने कई बार असफलताएं देखी लेकिन उसने हार नहीं मानी अब वाइट एंपरर के रूप में उसने अपनी कोशिशों का फल पाया है खैर भारत के पास अभी भी समय है अगर वह अपनी रक्षा नीति और योजनाओं को सही दिशा में लेकर जाए तो वो चीन और अमेरिका के बराबर खड़ा हो सकता है लेकिन इसके लिए आत्मनिर्भरता और तकनीकी विकास पर अधिक जोर देना होगा अब आपका क्या कुछ कहना है एमका और चीन के इस सिक्स जनरेशन फाइटर जेट को लेकर कमेंट करकर जरूर बताएं
Sipu Jha
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